नई दिल्ली. दिल्ली में वायु गुणवत्ता लगातार दूसरे दिन गुरुवार को ‘गंभीर’ श्रेणी में रिकॉर्ड की गई। घने कोहरे के कारण प्रदूषण स्तर में बढ़ोतरी दर्ज की गई है, जिसने दिल्ली सहित उत्तर भारत के कई हिस्सों को घेर लिया है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, गुरुवार सुबह 6 बजे दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 432 रहा। अधिकांश स्थानों पर AQI 400 के पार रहा, जिससे प्रदूषण की गंभीर स्थिति का अंदाजा लगाया जा सकता है।
सीजन का पहला गंभीर प्रदूषण स्तर
बुधवार को दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक 418 रिकॉर्ड किया गया, जो इस सीजन में पहली बार ‘गंभीर’ श्रेणी में था। मंगलवार को AQI 334 था, लेकिन घने कोहरे के कारण बुधवार को प्रदूषण स्तर तेजी से बढ़ गया। सीपीसीबी ने इस स्थिति को “अभूतपूर्व रूप से घना” कोहरा बताया, जो एक “विशिष्ट घटना” के रूप में उभर कर सामने आई है।
AQI श्रेणियां और गंभीर प्रदूषण के मानक
वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) को विभिन्न स्तरों में विभाजित किया गया है:
- 0-50: अच्छा (Good)
51-100: संतोषजनक (Satisfactory)
101-200: मध्यम (Moderate)
201-300: खराब (Poor)
301-400: बहुत खराब (Very Poor)
401-450: गंभीर (Severe)
450+: अत्यंत गंभीर (Severe-Plus)
गुरुवार का AQI निम्नानुसार रहा
स्थान AQI
आनंद विहार 473
अशोक विहार 473
पंजाबी बाग 460
नजफगढ़ 463
मुंडका 462
आईटीओ 426
ध्यान चंद स्टेडियम 441
ओखला फेज-2 443
सोनिया विहार 452
रोहिणी 454
विवेक विहार 470
वजीरपुर 468
प्रदूषण के कारण और असर
सीपीसीबी के अनुसार, घने कोहरे ने प्रदूषकों को वातावरण में फंसा दिया है, जिससे AQI तेजी से बढ़ा है। प्रदूषकों के जमाव से वायु गुणवत्ता पर गंभीर प्रभाव पड़ा है, जिससे सांस लेने में दिक्कत और स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा है। कोहरे के कारण दृश्यता भी कम हो गई है, जिससे यातायात प्रभावित हुआ है।

























