गलत फास्टैग कटौती: आपको कैसा लगेगा यदि आपका वाहन पार्किंग में खड़ा है और किसी टोल प्लाजा से नहीं गुजरा है, लेकिन फिर भी आपको यह संदेश मिलता है कि आपके फास्टैग वॉलेट से टोल का पैसा काट लिया गया है? जाहिर है, आप सोच में पड़ जायेंगे कि ऐसा क्यों हो रहा है। आपको बता दें कि ऐसा कई लोगों के साथ हुआ है, जिसके कारण उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इसके साथ ही अधिकारियों का कहना है कि फास्टैग वॉलेट से टोल के पैसे कटने का मुख्य कारण यह है कि कभी-कभी फास्टैग ठीक से रीड नहीं होता है, जिसके बाद टोल ऑपरेटर वाहन नंबर गलत दर्ज कर देता है, जिसके कारण फास्टैग वॉलेट से टोल के पैसे कटने का मैसेज आपके पास पहुंच जाता है। लेकिन अब घबराने की जरूरत नहीं है, दरअसल, नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) ने फास्टैग वॉलेट से टोल के पैसे की अनावश्यक कटौती को लेकर कमर कस ली है और सख्त नियम बना दिए हैं। एनएचएआई ने कहा है कि अब से ‘झूठी’ कटौतियों के मामलों पर कड़ी नजर रखी जा रही है ताकि वाहन चालकों को किसी परेशानी का सामना न करना पड़े।
टोल संग्रहकर्ताओं के लिए जुर्माना
कभी-कभी, फास्टैग उपयोगकर्ताओं को टोल कटौती का संदेश तब भी प्राप्त होता है, जब उनका वाहन न तो टोल प्लाजा पर खड़ा होता है और न ही घर पर होता है। आपको बता दें कि ऐसा तब होता है जब टोल ऑपरेटर टोल टैक्स का भुगतान करते समय वाहन नंबर गलत दर्ज कर देता है या फिर फास्टैग ठीक से स्कैन न होने के कारण मैन्युअल एंट्री कर देता है। वहीं, जब लोग फास्टैग को अपने वॉलेट में रखते हैं, तब भी उन्हें पैसे कटने का मैसेज आता है। उन्होंने कहा कि यदि गलत तरीके से पैसा कटता है या गलत मैनुअल ट्रांजेक्शन में कोई त्रुटि होती है, तो उपयोगकर्ता को तुरंत चार्जबैक जारी किया जाएगा। इसके अलावा जिम्मेदार टोल ऑपरेटर पर एक लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया जाएगा।
ऐसे मामले लगातार सामने आ रहे हैं
एक लाख रुपये के जुर्माने के बाद टोल ऑपरेटर बिना किसी गलती के सावधानीपूर्वक और सही तरीके से वाहन नंबर दर्ज कर रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अधिक जुर्माने के कारण ऐसे मामलों की संख्या में लगभग 70% की कमी आई है। वर्तमान में आईएचएमसीएल के पास एक माह में 50 शिकायतें पहुंचती हैं। उम्मीद है कि आने वाले समय में लोगों को और राहत मिलेगी। आपको बता दें कि करीब 30 करोड़ फास्टैग उपयोगकर्ता हैं जो राष्ट्रीय राजमार्ग नेटवर्क पर सभी प्लाजा पर लेनदेन करते हैं।
रिचार्जेबल प्रीपेड टैग
आपको बता दें कि फास्टैग एक रिचार्जेबल, प्रीपेड टैग है जो आरएफआईडी (रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन) तकनीक पर चलता है। इसे वाहन के विंडस्क्रीन यानि सामने के शीशे पर लगाया जाता है। इसके बाद टोल प्लाजा से गुजरने वाले वाहनों का टोल शुल्क स्वतः ही कट जाता है। उपयोगकर्ता इसे फास्टैग एप्लिकेशन के माध्यम से नियंत्रित कर सकते हैं। आईएचएमसीएल में शिकायत दर्ज कराने के अलावा, फास्टैग वॉलेट धारक अपने फास्टैग वॉलेट से गलत टोल कटौती के मामलों को उजागर करने के लिए सोशल मीडिया पर भी अपने विचार साझा कर रहे हैं। दूसरी ओर, यदि आपको अपने फास्टैग वॉलेट से गलत तरीके से टोल कटौती का संदेश प्राप्त होता है, तो आप सीधे IHMCL पर जाकर अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं।

























