अंतरराष्ट्रीय समाचार : अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रक्षा नीति के क्षेत्र में एक ऐसा कदम उठाया है, जो आने वाले सालों में वैश्विक शक्ति समीकरण को बदल सकता है। ट्रंप ने मंगलवार को घोषणा की कि अमेरिका अब अंतरिक्ष आधारित मिसाइल रक्षा प्रणाली विकसित करेगा, जिसका नाम ‘गोल्डन डोम’ होगा। यह प्रणाली इजरायल के आयरन डोम से ज्यादा शक्तिशाली और आधुनिक होगी। इस परियोजना की अनुमानित लागत 175 अरब डॉलर बताई गई है और इसके लिए 25 अरब डॉलर का प्रारंभिक बजट प्रस्ताव कांग्रेस को भेजा गया है।
अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी में सबसे बड़ा निवेश
गोल्डन डोम पूरी तरह से सैटेलाइट और एआई तकनीक पर आधारित होगा। यह सिस्टम अंतरिक्ष से धरती पर आने वाले किसी भी खतरे को पहले ही पहचान कर हाइपरस्पीड लेजर और इंटरसेप्टर से उसे नष्ट करने में सक्षम होगा। ट्रंप ने दावा किया कि यह रक्षा कवच न सिर्फ अमेरिका की सीमाओं की रक्षा करेगा, बल्कि दुश्मन की तकनीक को भी परास्त करेगा। उन्होंने कहा, “हम एक ऐसा कवच बना रहे हैं जो न केवल मिसाइलों को विफल करेगा, बल्कि भविष्य के हर संभावित खतरे को भी विफल करेगा।”
रीगन का सपना, ट्रम्प की हकीकत
ट्रंप ने अपने इस ऐलान में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन को भी याद किया। रीगन ने 1980 के दशक में ‘स्टार वार्स’ नामक मिसाइल रक्षा कार्यक्रम का सपना देखा था, जो तकनीकी सीमाओं के कारण पूरा नहीं हो सका। ट्रंप ने कहा, “जो वह नहीं कर सके, उसे अब हम आधुनिक तकनीक की मदद से संभव बना रहे हैं।”
यह प्रणाली 2028 तक सक्रिय हो सकती है
डोनाल्ड ट्रंप ने वादा किया कि अगर वे दोबारा राष्ट्रपति बनते हैं तो 2028 तक इस सिस्टम को पूरी तरह सक्रिय कर देंगे। अमेरिकी रक्षा विभाग ने इस परियोजना पर काम करना शुरू कर दिया है और नासा तथा निजी अंतरिक्ष कंपनियां भी इसमें प्रमुख भूमिका निभाएंगी। कनाडा और कुछ नाटो सदस्य देशों ने भी इस योजना में तकनीकी सहयोग की इच्छा जताई है।
अंतरिक्ष में शांति या नई प्रतिस्पर्धा?
एक तरफ जहां ट्रंप इस सिस्टम को अमेरिका की सुरक्षा का नया स्तंभ बता रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ आलोचकों का मानना है कि इससे अंतरिक्ष में सैन्य प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा मिलेगा। चीन और रूस पहले से ही अंतरिक्ष में अपनी क्षमताओं का विस्तार कर रहे हैं, ऐसे में अमेरिका की यह पहल नया रणनीतिक दबाव पैदा कर सकती है। गोल्डन डोम सिर्फ़ एक रक्षा प्रणाली नहीं है बल्कि यह अमेरिका के अंतरिक्ष रक्षा सपने का प्रतिबिंब है। ट्रंप का यह कदम उन्हें ऐसे नेता के रूप में स्थापित कर सकता है जिसने देश को भविष्य की लड़ाइयों के लिए तकनीकी और रणनीतिक रूप से तैयार किया है।

























