नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चंद्रशेखर कृषि विश्वविद्यालय के मंच से 47,574 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया। इसके साथ ही उन्होंने नयागंज स्टेशन से मेट्रो को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इसमें गरीब वर्ग के बच्चों ने पहली यात्रा देखी। इसके अलावा विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को लाभ प्रदान किया गया। प्रधानमंत्री ने अपना संबोधन भारत माता की जय के नारे के साथ शुरू किया। तभी उन्होंने भीड़ में एक लड़की के हाथ में एक पेंटिंग देखी और उसे मांग लिया। उन्होंने कहा, “पता लिख दो, मैं पत्र लिखूंगा।” उन्होंने कहा, कानपुर आज पूरे जोश में है। 24 अप्रैल को कानपुर में एक विकास कार्यक्रम होना था, लेकिन पहलगाम हमले के कारण मुझे अपना कानपुर दौरा रद्द करना पड़ा।
आतंकवादियों के घरों में घुसकर उनके ठिकानों को नष्ट किया
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘‘पहलगाम में हुए कायराना आतंकवादी हमले में हमारा कानपुर का बेटा शुभम द्विवेदी भी बर्बरता का शिकार हो गया।’’ हम सभी बेटी आशान्या के दर्द, दुःख और आंतरिक गुस्से को महसूस कर सकते हैं। उन्होंने आगे कहा, “हमारी बहनों और बेटियों के इस गुस्से को ऑपरेशन सिंदूर के रूप में पूरी दुनिया ने देखा है।” हमने पाकिस्तान में आतंकवादियों के घरों में घुसकर उनके ठिकानों को नष्ट कर दिया।
पाकिस्तान भीख मांगने को मजबूर
पाकिस्तान को मजबूर होकर युद्ध रोकने की मांग करनी पड़ी। स्वतंत्रता संग्राम की इस धरती से मैं सेना की बहादुरी को सलाम करता हूं। हमारी सेना ने ऐसा पराक्रम दिखाया कि पाकिस्तानी सेना को युद्ध रोकने की मांग और विनती करने पर मजबूर होना पड़ा। अगर मैं कनपुरिया अंदाज में कहूं तो – दुश्मन जहां भी होगा, उससे डरेगा ही।

























