इंटरनेशनल न्यूज. बांगलादेश के दक्षिण-पूर्वी हिस्से, काक्स बाजार के पास, पेक्षुआ में चीन की सहायता से बन रहा पनडुब्बी बेस अब “सबसमरीन नेवल बेस (SNB)” के नाम से जाना जाएगा। पहले इस बेस का नाम “बीएनएस शेख हसीना” रखा गया था। यह नाम परिवर्तन अगस्त में किया गया था, जब बांगलादेश की तत्कालीन प्रधानमंत्री शेख हसीना भारत की यात्रा पर थीं।
निर्माण कार्य की धीमी गति
त्रों के मुताबिक, यह प्रोजेक्ट लगभग तैयार है, लेकिन अंतिम चरण का काम धीमी गति से चल रहा है। वर्तमान सरकार, जिसका नेतृत्व डॉक्टर मोहम्मद युनुस कर रहे हैं, इस प्रोजेक्ट से जुड़ी प्रगति को बेहद सावधानी से आगे बढ़ा रही है। इस बेस की पूर्व प्रशासन के साथ नजदीकी से यह हो सकता है कि प्रगति धीमी हो रही हो।
पनडुब्बियों और ढांचागत तैयारी
SNB में कुल छह बर्थ हैं, हालांकि वर्तमान में बांगलादेश नेवी के पास केवल दो पनडुब्बियां हैं। अनुमान लगाया जा रहा है कि भविष्य में यह चीनी पनडुब्बियों के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है। वर्तमान समय में, यह बेस सक्रिय नहीं है और दोनों पनडुब्बियों में बैटरी से संबंधित समस्याएं हैं। बेस को चालू करने के लिए चीनी ड्रेजरों की मदद से क्षेत्र से कीचड़ निकालने का काम चल रहा है।
नई सरकार और जहाजों की आमद
नई सरकार के सत्ता संभालने के बाद, दो नए जहाज बांगलादेश पहुंचे हैं। इनमें एक चीनी है, जबकि दूसरा हांगकांग-रजिस्टर्ड है। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि इन जहाजों के माध्यम से कोई हथियार उतारे गए हैं या नहीं।
बांगलादेश-पाकिस्तान संबंधों में बदलाव
नई सरकार के अनुसार, बांगलादेश और पाकिस्तान के बीच शैक्षिक और रणनीतिक संबंधों को मजबूत किया जा रहा है। ढाका विश्वविद्यालय ने पिछले फैसले को रद्द करते हुए पाकिस्तान के साथ शैक्षिक और सांस्कृतिक संबंधों को बढ़ाने की सिफारिश की है। यह बांगलादेश की राजनीतिक दिशा में एक नए मोड़ की ओर इशारा करता है।

























