पंजाब न्यूज. 2021 में जहां 4,327 पराली जलाने के मामले दर्ज हुए थे, वहीं 2025 में यह संख्या घटकर केवल 415 रह गई। यह 90% की ऐतिहासिक कमी है। मान सरकार ने इस समस्या को सिर्फ कागज पर नहीं बल्कि ज़मीनी स्तर पर चुनौती मानकर हल किया। किसानों को विकल्प दिए गए और उन्हें पराली न जलाने के लिए प्रेरित किया गया।
मशीनें बनीं किसानों की मददगार
सरकार ने हजारों सीआरएम मशीनें बांटीं जो पराली को मिट्टी में मिलाने का काम करती हैं। इससे खेत की उर्वरता भी बढ़ी और आग लगाने की जरूरत भी खत्म हो गई। हर जिले में टीमें बनाई गईं जो किसानों को मार्गदर्शन देती रहीं। धीरे-धीरे किसानों ने पराली को कचरा नहीं बल्कि संसाधन मानना शुरू किया। अब कई गांव पराली से खाद और ऊर्जा भी बना रहे हैं।
समस्या वाले जिले सुधरे
संगरूर, बठिंडा और लुधियाना जैसे जिले, जहां पराली जलाना बड़ी समस्या थी, वहां अब मामलों में जबरदस्त कमी आई है। कुछ गांवों में तो यह लगभग शून्य पर पहुंच गए हैं। यह साबित करता है कि जब नीति और जागरूकता मिलकर काम करती है तो नतीजे बदल जाते हैं।
हवा की गुणवत्ता में सुधार
अक्टूबर 2025 में लुधियाना, पटियाला और अमृतसर जैसे जिलों में एयर क्वालिटी इंडेक्स 25 से 40 प्रतिशत बेहतर दर्ज किया गया। इसका असर दिल्ली-एनसीआर की हवा पर भी साफ दिखा। जो कभी पराली के धुएं से घुटता था, वहां अब राहत महसूस की जा रही है।
किसानों को बनाया सहयोगी
पहले जहां किसानों को दोषी माना जाता था, इस बार सरकार ने उन्हें साथी बनाया। भरोसा दिया गया कि वे अकेले नहीं हैं। किसानों ने भी मशीनों को अपनाया और नई तकनीक का इस्तेमाल शुरू किया। कई गांवों में पराली से सामूहिक खाद और बायो-एनर्जी बनाने का काम चल रहा है। इससे किसानों को नई संभावनाएं भी मिल रही हैं।
देश के लिए प्रेरणा बना पंजाब
मान सरकार ने साबित किया है कि पुरानी समस्याएं भी ईमानदारी और सही नीति से हल हो सकती हैं। पंजाब का मॉडल अब पूरे देश के लिए प्रेरणा बन गया है। पराली अब केवल धुआं नहीं बल्कि बदलाव की ताकत है। किसान और सरकार मिलकर भविष्य को सुरक्षित और पर्यावरण को स्वच्छ बना रहे हैं।
सम्मान और बदलाव की कहानी
यह अभियान किसानों के सम्मान और लोगों की राहत दोनों का प्रतीक बन गया है। साफ हवा, उपजाऊ मिट्टी और सुरक्षित गांव अब पंजाब की पहचान बन रहे हैं। संदेश साफ है—किसानों का सम्मान करो, हवा बचाओ और आने वाली पीढ़ी को बेहतर भविष्य दो।

























