इडुक्की, केरल: केरल के इस जिले में आबकारी अधिकारियों को उस समय बड़ा झटका लगा जब स्कूली छात्रों का एक समूह गलती से उनके कार्यालय में घुस आया और गांजा मिलाकर बीड़ी जलाने के लिए माचिस की डिब्बी मांगी। यह घटना सोमवार को उच्च श्रेणी के जिले आदिमाली में घटी, जहां त्रिशूर के एक सहायता प्राप्त स्कूल के छात्र शिक्षकों के साथ स्कूल भ्रमण के लिए पहुंचे थे। वे स्थानीय आबकारी कार्यालय में माचिस की डिब्बी लेने के लिए घुस गए, क्योंकि उन्हें लगा कि वह कोई वर्कशॉप है।
छात्रों को रंगे हाथों पकड़ लिया
तत्काल ही आबकारी विभाग के अधिकारियों ने उच्चतर माध्यमिक छात्रों को रंगे हाथों पकड़ लिया और उनके पास से गांजा, हशीश तेल जैसे प्रतिबंधित पदार्थ तथा प्रतिबंधित सामान भरने के लिए सामग्री जब्त कर ली। प्रतिबंधित पदार्थ ले जाते हुए पाए गए दो नाबालिग छात्रों के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया।
होटल में खाना खाने के बाद छात्रों का एक समूह गांजा बीड़ी पीने के लिए बाहर निकला और उसे जलाने के लिए माचिस मांगी।
जांच की तो प्रतिबंधित पदार्थ बरामद हुए
एक वरिष्ठ आबकारी अधिकारी ने बताया कि उन्होंने यहां आबकारी कार्यालय का पिछला हिस्सा देखा और उसे वर्कशॉप समझ लिया तथा माचिस मांगी।
उन्होंने पीटीआई-भाषा को बताया, “जब उन्होंने अधिकारियों को अचानक देखा तो उन्हें खतरा महसूस हुआ और वे भाग गए। लेकिन, वे सभी पकड़े गए। जब हमने जांच की तो प्रतिबंधित पदार्थ बरामद हुए।” जिन दो छात्रों से ये पदार्थ जब्त किए गए थे, उनके खिलाफ स्वापक औषधि एवं मन:
मामला किया गया दर्ज
प्रभावी पदार्थ अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया। उन्होंने कहा, “बाकी छात्रों को उनके शिक्षकों के साथ वापस भेज दिया गया। लेकिन उन दो छात्रों के मामले में उनके अभिभावकों को बुलाकर केवल उनके साथ भेजा गया।” अधिकारियों के अनुसार, राज्य में स्कूल और कॉलेज भ्रमण के दौरान नशीली दवाओं का दुरुपयोग बड़े पैमाने पर होता है। उन्होंने कहा, “इस विशेष मामले में, छात्रों ने कुछ ड्रग विक्रेताओं से मादक पदार्थ खरीदने के लिए धन इकट्ठा किया था।” उन्होंने कहा कि विभाग ने छात्रों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही करने का निर्णय लिया है।

























