नई दिल्ली. भारत और पाकिस्तान के बीच शनिवार शाम पांच बजे से युद्धविराम की घोषणा कर दी गई। हालांकि, इसके बाद भी पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा पर संघर्ष विराम का उल्लंघन किया और जम्मू-कश्मीर के नगरोटा में घुसपैठ की कोशिश की। नगरोटा सैन्य स्टेशन पर तैनात एक जवान ने देर रात कार्रवाई करके संभावित घुसपैठ की कोशिश को नाकाम कर दिया। इस दौरान दोनों ओर से काफी देर तक भारी गोलीबारी जारी रही। भारतीय सेना की व्हाइट नाइट कोर ने एक्स को नगरोटा में संभावित घुसपैठ के प्रयास के बारे में सूचित किया। व्हाइट नाइट कोर ने एक्स को बताया, ‘परिधि के पास संदिग्ध गतिविधियां देखने पर, नगरोटा सैन्य स्टेशन के सतर्क जवान ने चुनौती दी, जिसके बाद संदिग्ध के साथ संक्षिप्त गोलीबारी हुई।’ युवक को मामूली चोटें आईं। इसके बाद सेना की ओर से इलाके में तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।
सेना स्थिति पर बारीकी से नजर रख रही है
इस बीच, देर रात प्रेस वार्ता में विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने संघर्ष विराम उल्लंघन के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान को घुसपैठ रोकने के लिए तत्काल और उचित कार्रवाई करनी चाहिए। विदेश सचिव ने कहा, ‘आज शाम, समझौता होने के कुछ ही घंटों बाद, पाकिस्तान ने समझौते का उल्लंघन किया है। सेना स्थिति पर बारीकी से नजर रख रही है और उसे कठोर कदम उठाने की स्वतंत्रता है।
तत्काल उचित कार्रवाई करनी चाहिए
इसके साथ ही घुसपैठ को लेकर विक्रम मिसरी ने कहा कि भारतीय सेना जवाबी कार्रवाई कर रही है और सीमा पर घुसपैठ से निपट रही है। यह घुसपैठ अत्यंत निंदनीय है और इसके लिए पाकिस्तान जिम्मेदार है। हमारा मानना है कि पाकिस्तान को इस स्थिति को अच्छी तरह समझना चाहिए और इस घुसपैठ को रोकने के लिए तत्काल उचित कार्रवाई करनी चाहिए। सीमा पर किसी भी उकसावे का कठोरता से जवाब दिया जाएगा।
डीजीएमओ के बीच अगली बैठक 12 मई को
भारत और पाकिस्तान के डीजीएमओ के बीच शनिवार को सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमति बन गई। विक्रम मिसरी ने कहा कि पाकिस्तान की ओर से संघर्ष विराम का प्रस्ताव प्राप्त हुआ है। दोनों देशों के डीजीएमओ के बीच अगले दौर की वार्ता 12 मई को होगी, जिसमें आगे के प्रयासों पर चर्चा की जाएगी। इस पूरे घटनाक्रम की शुरुआत 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों द्वारा पर्यटकों पर किए गए कायराना हमले से हुई। जिसमें 26 पर्यटक मारे गए।

























