नई दिल्ली. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को ऑपरेशन सिंदूर की सफलता पर प्रकाश डाला। शाह ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की दृढ़ राजनीतिक इच्छाशक्ति, खुफिया एजेंसियों की सटीक जानकारी और भारतीय सशस्त्र बलों की अद्वितीय मारक क्षमता का प्रतीक है। उन्होंने आगे कहा कि ऑपरेशन सिंदूर भारत की तीनों सेनाओं की सटीक और शक्तिशाली कार्रवाई का एक बेहतरीन उदाहरण है।
बहु-एजेंसी केंद्र का उद्घाटन
शाह ने यह बात दिल्ली के नॉर्थ ब्लॉक में एक नए मल्टी-एजेंसी सेंटर का उद्घाटन करते हुए कही। एमएसी का गठन देश की विभिन्न सुरक्षा और खुफिया एजेंसियों के बीच सूचनाओं के तीव्र और अधिक प्रभावी आदान-प्रदान को सुगम बनाने के लिए किया गया है। आपको बता दें कि मल्टी एजेंसी सेंटर की स्थापना 26/11 मुंबई आतंकवादी हमलों के बाद की गई थी, ताकि सभी सुरक्षा एजेंसियों के बीच समय पर सूचनाओं का आदान-प्रदान किया जा सके और आतंकवादी खतरों से बेहतर तरीके से निपटा जा सके।
प्रधानमंत्री मोदी के सिर सजा ताज
इस मामले में गृह मंत्रालय (एमएचए) ने कहा कि यह नया केंद्र खुफिया तंत्र को और अधिक कुशल बनाकर आतंकवाद जैसे खतरों से निपटने में मदद करेगा। इस अवसर पर अमित शाह ने कहा कि भारत की सुरक्षा व्यवस्था पहले से काफी मजबूत हुई है और इसका श्रेय प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व और सुरक्षा बलों की तैयारियों को जाता है।
10 मई को हुआ था युद्ध विराम
गौरतलब है कि 7 मई को भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में आतंकवादी ठिकानों पर सटीक हवाई हमले किए थे। यह हमला 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के जवाब में किया गया था, जिसके बाद दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया और 10 मई को भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमति बनी थी, लेकिन भारत ने स्पष्ट किया था कि उसने केवल कार्रवाई स्थगित की थी, रोकी नहीं थी। भारत ने आतंकवादियों के लिए सुरक्षित पनाहगाह पाकिस्तान को भी चेतावनी दी कि आगे की कार्रवाई पाकिस्तान के व्यवहार पर निर्भर करेगी।

























