नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कुवैत की दो दिवसीय यात्रा पर रवाना होते हुए कहा कि भारत और कुवैत के बीच पश्चिम एशियाई क्षेत्र की शांति, सुरक्षा और स्थिरता में साझा हित हैं। मोदी की यह यात्रा ऐसे समय में हो रही है जब सीरिया में राष्ट्रपति बशर अल-असद के शासन का पतन हुआ है और गाजा में इजरायल के हमले लगातार जारी हैं।
भविष्य के साझेदारी के लिए रोडमैप
रवाना होने से पहले दिए गए बयान में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कुवैत के शीर्ष नेतृत्व के साथ उनकी बातचीत, भारत और कुवैत के बीच भविष्य की साझेदारी के लिए रोडमैप तैयार करने का एक अवसर होगी। मोदी ने यह भी कहा, “हम कुवैत के साथ ऐतिहासिक संबंधों को बहुत महत्व देते हैं, जो पीढ़ियों से कायम है। हम न केवल मजबूत व्यापार और ऊर्जा साझेदार हैं, बल्कि पश्चिम एशिया क्षेत्र में शांति, सुरक्षा, स्थिरता और समृद्धि में भी हमारी साझा रुचि है।”
कुवैत के नेताओं के साथ बैठक की उम्मीद
प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्हें कुवैत के अमीर, क्राउन प्रिंस और प्रधानमंत्री के साथ अपनी बैठकों का इंतजार है। उन्होंने कहा, “यह हमारे लोगों और क्षेत्र के लाभ के लिए भविष्य की साझेदारी के लिए रोडमैप तैयार करने का एक महत्वपूर्ण अवसर होगा।”
भारतीय प्रवासियों से मिलने की इच्छा
प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी कहा कि उन्हें कुवैत में भारतीय प्रवासियों से मिलने का इंतजार है। इन प्रवासियों ने दोनों देशों के बीच मैत्री के बंधन को मजबूत करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। इस यात्रा से भारत और कुवैत के संबंधों को और भी प्रगाढ़ बनाने की उम्मीद है, खासकर व्यापार, ऊर्जा और क्षेत्रीय शांति के क्षेत्र में।”

























