यूपी न्यूज. प्रयागराज, संगम घाट पर भगदड़ की घटना प्रयागराज के संगम घाट पर चल रहे महाकुंभ मेले में मौनी अमावस्या के अवसर पर भगदड़ की एक बड़ी घटना घटित हुई, जिसमें कई श्रद्धालु घायल हो गए हैं। इस भगदड़ में कम से कम 30 महिलाएं घायल हुईं। घटनास्थल पर भारी भीड़ और टूटे बैरिकेड्स के कारण भगदड़ मच गई। स्थिति के चलते अखाड़ों ने अपना पवित्र स्नान स्थगित कर दिया। पुलिस और मेडिकल टीम ने शुरू किया बचाव कार्य घटना के बाद, पुलिस अधिकारियों को तुरंत संगम घाट पर तैनात किया गया।
साथ ही, घायल श्रद्धालुओं को नजदीकी अस्पताल, सेक्टर 2, ले जाया गया। बचाव कार्य में स्वास्थ्य विभाग और पुलिस की टीमें सक्रिय रूप से काम कर रही हैं।
पीएम और गृहमंत्री ने की घटना की समीक्षा
प्रधानमंत्री और गृह मंत्री ने की स्थिति की समीक्षा महाकुंभ में भगदड़ की घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से फोन पर बात की। प्रधानमंत्री ने तत्काल सहायता उपाय करने का निर्देश दिया और महाकुंभ मेले में हुए विकास की समीक्षा की।
अखाड़ों ने स्थगित किया पवित्र स्नान
मौनी अमावस्या के दिन संगम घाट पर पवित्र स्नान की परंपरा थी, लेकिन भगदड़ की स्थिति के बाद अखाड़ों ने इस स्नान को स्थगित करने का निर्णय लिया। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रवींद्र पुरी ने कहा कि स्थिति सामान्य होते ही स्नान किया जाएगा, लेकिन इस बार यह छोटे पैमाने पर होगा। भगदड़ का कारण क्या था? आकांक्षा राणा, विशेष कार्य अधिकारी, ने बताया कि संगम घाट पर भारी भीड़ के कारण बैरिकेड टूट गए और इससे भगदड़ की स्थिति उत्पन्न हो गई। महिलाओं ने भीड़ में घुटन महसूस की, जिससे यह घटना और गंभीर हो गई।
ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया
अस्पतालों को हाई अलर्ट पर रखा गया घायलों को तुरंत चिकित्सा सहायता देने के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया। सभी अस्पतालों को हाई अलर्ट पर रखा गया और डॉक्टरों को तुरंत मौके पर रिपोर्ट करने का निर्देश दिया गया।
मुख्यमंत्री की अपील
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्रद्धालुओं से अनुरोध किया कि वे निकटतम घाट पर स्नान करें और संगम नोज की ओर जाने से बचें। उन्होंने लोगों से प्रशासन के निर्देशों का पालन करने और अफवाहों से बचने की अपील की। यह घटना महाकुंभ के शांतिपूर्ण आयोजन में एक अप्रत्याशित मोड़ था, और प्रशासन द्वारा अब स्थिति को नियंत्रण में लाने की कोशिश की जा रही है।

























