Sports News: आईपीएल 2025 ने वो कर दिखाया जिसकी लंबे समय से कल्पना की जा रही थी। एक ऐसा फाइनल जिसमें न धोनी होंगे, न रोहित, न विराट के अतीत की परछाई – बल्कि दो टीमें होंगी जिन्होंने सालों से अपने सपनों को पलकों पर सजाया था, लेकिन आज वो ज़मीन पर आ गए हैं। 3 जून को होने जा रहे महायुद्ध में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) और पंजाब किंग्स (BKS) आमने-सामने होंगे। दोनों के पास कोई ट्रॉफी नहीं है, लेकिन जोश बरकरार है। रविवार रात से सोमवार सुबह तक चले दूसरे क्वालीफायर में पंजाब ने पांच बार की चैंपियन मुंबई इंडियंस को 5 विकेट से हराकर इतिहास रच दिया।
मुंबई का घमंड टूटा, पंजाब की चुनौती भारी साबित हुई
मुंबई ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 203 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया। सूर्यकुमार यादव और तिलक वर्मा की शानदार पारियों ने मैच को एकतरफा बनाने की कोशिश की, लेकिन आईपीएल में पहली बार मुंबई 200+ स्कोर करने के बावजूद हार गई। इससे पहले ऐसा कोई उदाहरण नहीं था।
श्रेयस अय्यर: ‘सरपंच’ से ‘सुनामी’ तक का सफर
पंजाब की शुरुआत भी रोमांटिक फिल्म की तरह थी- कुछ डर, कुछ उलझन। शुरुआती विकेट गिर गए और दर्शकों की धड़कनें थम सी गईं। लेकिन कप्तान श्रेयस अय्यर ने अगली 41 गेंदों में जो किया, वह सिर्फ़ बैटिंग नहीं, बल्कि एक मूवमेंट था। 87 रनों की पारी, जिसमें 8 छक्के और 5 चौके शामिल थे- यह सिर्फ़ स्कोर नहीं बल्कि एक टीम की भूख का बयान था।
वापसी की उम्मीद, लेकिन बुमराह रहे खामोश
नेहल वढेरा और शशांक सिंह के आउट होने के बाद मुंबई को लगा कि वापसी का रास्ता खुल गया है। लेकिन इस बार हीरो कोई और था- श्रेयस। सबसे हैरान करने वाली बात यह रही कि जसप्रीत बुमराह जैसे गेंदबाज ने 4 ओवर में 40 रन दिए और कोई विकेट नहीं ले पाए। शायद वह भी अय्यर की तीव्रता को नहीं समझ पाए।
पंजाब बनाम बैंगलोर: एक नए युग की लड़ाई
आरसीबी भी पहली बार फाइनल में है और अब दोनों टीमें इतिहास रचने की कगार पर हैं। यह मुकाबला सिर्फ ट्रॉफी के लिए नहीं बल्कि एक युग के अंत और एक नए अध्याय की शुरुआत के लिए है। करोड़ों प्रशंसकों की दुआएं, अधूरे सपने और अपराजित उम्मीदें- ये सब 3 जून को टकराने जा रही हैं।

























