टैक न्यूज. एप्पल, तकनीकी दिग्गज, अब स्मार्ट ग्लासेस के बाजार में कदम रखने की तैयारी कर रहा है। इसके लिए कंपनी ने “एटलस” नामक एक आंतरिक अध्ययन शुरू किया है, जिसके तहत कर्मचारियों से बाजार में उपलब्ध विभिन्न स्मार्ट ग्लासेस पर फीडबैक लिया जा रहा है। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, यह अध्ययन एप्पल की उत्पाद प्रणाली गुणवत्ता टीम द्वारा किया जा रहा है, जो कंपनी के हार्डवेयर इंजीनियरिंग विभाग का हिस्सा है। इसके माध्यम से एप्पल यह समझने की कोशिश कर रहा है कि ऐसे उपकरणों को उसके व्यापक पारिस्थितिकी तंत्र में कैसे फिट किया जा सकता है।
अध्ययन का उद्देश्य और प्रारंभिक स्थिति
यह अध्ययन अभी शुरुआती चरण में है और इसका उद्देश्य स्मार्ट ग्लासेस की संभावनाओं और कार्यात्मकताओं का अन्वेषण करना है। एप्पल यह जांच रहा है कि उपयोगकर्ता इन उपकरणों के साथ किस प्रकार से इंटरैक्ट करते हैं और कौन-सी नवाचारें उसे अन्य उत्पादों से अलग बना सकती हैं। इसके अलावा, कंपनी भविष्य में फोकस समूह परीक्षण भी करने की योजना बना रही है ताकि इसकी दृष्टिकोण को और परिष्कृत किया जा सके। यह अध्ययन एक और आंतरिक परियोजना के बाद किया जा रहा है, जो पूर्व-मधुमेह से पीड़ित व्यक्तियों को उनके रक्त शर्करा स्तरों को प्रबंधित करने और आहार को ट्रैक करने में मदद करने के लिए एक ऐप विकसित करने पर केंद्रित है।
भविष्य में क्या हो सकता है?
यदि एप्पल स्मार्ट ग्लासेस परियोजना पर आगे बढ़ता है, तो वह एक अत्यधिक प्रतिस्पर्धी बाजार में कदम रखेगा। वर्तमान में, मेटा (पूर्व में फेसबुक) अपने लक्सोटिका के साथ सहयोग करके सफल रै-बैन स्मार्ट ग्लासेस का निर्माण कर रहा है, जो इस क्षेत्र में अग्रणी है। एप्पल के स्मार्ट ग्लासेस भी उभरती हुई संवर्धित वास्तविकता (AR) तकनीकों के साथ प्रतिस्पर्धा करेंगे, जिन्हें मेटा और स्नैप जैसी कंपनियाँ विकसित कर रही हैं, जो ग्लासेस के माध्यम से वास्तविक दुनिया पर डिजिटल जानकारी ओवरले करने में सक्षम हैं।
एप्पल की दृष्टि में बदलाव?
हालांकि AR ग्लासेस अभी मुख्यधारा में उपलब्ध नहीं हुए हैं, एप्पल का स्मार्ट ग्लासेस बाजार में कदम रखना कंपनी की पहनने योग्य तकनीक के लिए दीर्घकालिक दृष्टिकोण में बदलाव का संकेत दे सकता है। हालांकि, एप्पल का पिछला प्रयास, “विजन प्रो” मिश्रित वास्तविकता हेडसेट, अपनी भारी कीमत (3,499 डॉलर से अधिक), सीमित सामग्री और भारी डिज़ाइन के कारण चुनौतियों का सामना कर चुका है। इससे सवाल उठता है कि एप्पल स्मार्ट ग्लासेस के बाजार में इन बाधाओं को कैसे दूर करेगा।

























