नई दिल्ली: इजराइल ने ईरान के खिलाफ निशाना साधते हुए हवाई हमले किए हैं। ये हमले 1 अक्टूबर को हुए मिसाइल हमले के जवाब में किए गए हैं, जिसमें ईरान ने इजराइल पर लगभग 200 बैलिस्टिक मिसाइलें दागी थीं।
मुख्य बिंदु इस घटनाक्रम पर
- इजराइल के रक्षा बलों (IDF) ने बयान जारी कर कहा, “ईरान द्वारा इजराइल पर लगातार किए जा रहे हमलों के जवाब में, IDF ने ईरान के सैन्य ठिकानों पर सटीक हमले किए हैं।” इजरायली अधिकारियों ने इन हमलों को आत्मरक्षा के कदम के रूप में सही ठहराया है।
- IDF के प्रवक्ता डैनियल हागारी ने इजरायली नागरिकों से सतर्क और चौकस रहने की अपील की है।
- संयुक्त राज्य अमेरिका ने इस हमले के बारे में पूर्व सूचना प्राप्त होने की पुष्टि की है, लेकिन इस ऑपरेशन में कोई अमेरिकी सैनिक या संपत्ति शामिल नहीं थी। व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता सीन सैवेट ने इजराइल की कार्रवाई को आत्मरक्षा का कदम बताया है।
- ईरानी राज्य टीवी ने शनिवार सुबह तेहरान के आसपास “तेज धमाकों” की सूचना दी, हालांकि इसके पीछे के कारणों का उल्लेख नहीं किया गया। तस्नीम न्यूज एजेंसी ने बताया कि उस समय तेहरान के आकाश में कोई रॉकेट या विमान नहीं देखा गया।
- ईरानी टीवी ने इन धमाकों का कारण वायु रक्षा प्रणाली के सक्रिय होने को बताया। ईरानी अधिकारियों ने संकेत दिया कि ये शोर रक्षा उपायों के कारण हो सकता है।
- तेहरान के अलावा करज शहर में भी धमाकों की आवाज सुनाई दी। ईरानी अधिकारियों के अनुसार, तेहरान के पास के कुछ सैन्य अड्डों को इजरायली हमलों का निशाना बनाया गया।
- सीरिया की समाचार एजेंसी सना ने बताया कि दमिश्क के पास “दुश्मन के लक्ष्यों” के जवाब में सीरियाई वायु रक्षा प्रणाली सक्रिय की गई थी।
- हाल के हफ्तों में इजराइल ने गाजा में हमास और लेबनान में हिज़बुल्लाह के खिलाफ अभियान तेज कर दिए हैं। ये दोनों संगठन ईरान के सहयोगी माने जाते हैं।
- 7 अक्टूबर 2023 को हमास द्वारा इजराइल के दक्षिणी हिस्से पर अब तक के सबसे घातक हमले के बाद से इजराइल ने गाजा पर लगातार हमले किए हैं।
- इजराइल के रक्षा मंत्री ने इस सप्ताह चेतावनी दी थी कि इजराइल पर किसी भी हमले का परिणाम गंभीर होगा। वहीं, अमेरिका ने भी इजराइल की आत्मरक्षा के अधिकार का समर्थन किया है और क्षेत्रीय अस्थिरता को रोकने के लिए कूटनीतिक प्रयास जारी रखे हैं।

























